उत्तर प्रदेश, जो कभी 'बीमारू' राज्य के तौर पर जाना जाता था, आज नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश ने शिक्षा, स्वास्थ्य, अवसंरचना, और रोजगार जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। हाल ही में लखनऊ के लोक भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में योगी जी ने इस बदलाव की कहानी को बयां किया। यह अवसर था मिशन रोजगार के तहत माध्यमिक शिक्षा विभाग में 494 सहायक अध्यापकों और 49 प्रवक्ताओं को नियुक्ति पत्र वितरित करने का। इसके साथ ही, 23 मिनी स्टेडियमों का शिलान्यास और कई स्कूलों को तकनीकी योजनाओं के तहत प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
युवाओं को नई पहचान
योगी जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश का युवा गर्व के साथ अपनी पहचान बताता है। पहले जहां युवा अपनी जड़ों को छिपाने को मजबूर थे, वहीं अब वे आत्मविश्वास के साथ कहते हैं, "मैं उत्तर प्रदेश से हूँ।" इसका श्रेय प्रदेश सरकार की पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रियाओं को जाता है। मिशन रोजगार के तहत 8 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिली हैं। खासकर माध्यमिक शिक्षा विभाग में 40 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती और बेसिक शिक्षा परिषद में 1.23 लाख शिक्षकों की नियुक्ति ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है।
शिक्षा में तकनीक और नवाचार
उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिला है। ऑपरेशन कायाकल्प ने बेसिक शिक्षा के स्कूलों को नया जीवन दिया है। नीति आयोग ने इसे नवाचार की मिसाल बताया है। पहले बंद होने की कगार पर खड़े स्कूल आज स्मार्ट क्लासेज, लाइब्रेरी, और लैब से सुसज्जित हैं। प्रोजेक्ट अलंकार के तहत सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में बेहतर अवसंरचना विकसित की गई है। साथ ही, नकल-मुक्त परीक्षाओं और रिकॉर्ड 14 दिनों में 56 लाख छात्रों की परीक्षा आयोजित कर परिणाम घोषित करने का कारनामा तकनीक के बिना संभव नहीं था।
खेल और तकनीक का संगम
शिक्षा के साथ-साथ खेल और तकनीक को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। मिनी स्टेडियमों के निर्माण से छात्रों को खेल के मैदान में भी अवसर मिल रहे हैं। आईसीटी और अटल टिंकरिंग लैब योजनाओं के तहत स्कूलों को डिजिटल तकनीक से जोड़ा गया है। योगी जी ने जोर देकर कहा कि आधुनिक तकनीक से पीछे रहना आज की पीढ़ी के साथ अन्याय है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए तकनीक और नवाचार को अपनाना अनिवार्य है।
शिक्षकों से अपील: नया दृष्टिकोण अपनाएँ
नवचयनित शिक्षकों को बधाई देते हुए योगी जी ने उनसे अपील की कि वे नए सत्र में रचनात्मक और रोचक तरीके से पढ़ाएँ। छोटे-छोटे उदाहरणों और कहानियों के जरिए पाठ्यक्रम को आसान और आकर्षक बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कमजोर नींव पर मजबूत भवन नहीं बन सकता। शिक्षकों की मेहनत और ईमानदारी से ही शिक्षा का स्तर और ऊँचा होगा।
विकसित भारत का सपना
योगी जी ने विकसित भारत के विजन को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नया भारत न तो किसी को छेड़ता है और न ही किसी के आंतरिक मामलों में दखल देता है, लेकिन अगर कोई हमारी सुरक्षा को चुनौती देता है, तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश इस नए भारत का ग्रोथ इंजन बन चुका है और देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
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