वाराणसी,20 अप्रैल . विश्व पृथ्वी दिवस के पूर्व रविवार को पर्यावरण संरक्षण गतिविधि काशी प्रांत की ओर से सिगरा स्थित नगर निगम शहीद उद्यान में हरित संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में विभिन्न सरकारी,गैर सरकारी विभागों सहित समाज के सक्रिय सामाजिक संस्थाओं, बड़े व्यावसायिक संगठनों ने एक मंच पर आकर पर्यावरण के प्रति एकजुटता दिखायी. कार्यक्रम में धरा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सभी संकल्पित हुए.
कार्यक्रम में पंचतत्वों में प्रधान जल तत्व के संरक्षण समेत अधिक से अधिक पौधारोपण व उनके संरक्षण, जहरीले सिंगल यूज़ प्लास्टिक के निस्तारण की विधि पर सभी ने अनुभव साझा किए. प्रदर्शनी में घरेलू किचन वेस्ट से कंपोस्ट खाद बनाना, मिट्टी के मैजिक बॉल बनाना, प्लास्टिक वेस्ट से ईको ब्रिक्स बनाने के प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने के लिए लोगों में विशेष उत्सुकता दिखी.
—रंगोली और पौधरोपण बने आकर्षण का केंद्र
पार्क के मुख्य द्वार पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती आकर्षक रंगोली लोगों को अपनी ओर खींचती रही. इसे चांदनी विश्वकर्मा ने तैयार किया था. कार्यक्रम में वन विभाग की ओर से पौधरोपण किया गया. कार्यक्रम में शामिल लोगों को इको फ्रेंडली उपहार भी दिए गए. कार्यक्रम की प्रस्तावना डा. शिवेश्वर राय ने प्रस्तुत की.
—निजी जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाकर देश को हराभरा रखने का प्रयत्न करें
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)के काशी प्रांत प्रचारक रमेश ने संदेश दिया कि निजी जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाकर हम देश को हराभरा रखने का प्रयत्न करें. बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि सरकार की ओर से करोड़ों पौधे लगाएं जा चुके हैं व उनके संरक्षण की जिम्मेदारी भी सुनिश्चित की गयी है.
कार्यक्रम में नमामि गंगे गंगा विचार मंच के जिला संयोजक शिवम अग्रहरि ने कहा कि सप्ताह में सिर्फ एक दिन एक घंटे समय दें तो गंगा नदी निर्मल हो सकती है.
—संस्थाओं ने पर्यावरण से जुड़ी प्रभावी प्रयोगों को किया साझा
कई सामाजिक संस्थाओं ने अपने अच्छे प्रयोगों को साझा किया. जिनमें लोक भारती के रणविजय राय ने किचन वेस्ट से कंपोस्ट बनाने का उदाहरण प्रस्तुत किया. शिव शक्ति सेवा फाउंडेशन से प्रीति रवि जायसवाल ने कचड़े में जाने वाली सिंगल यूज़ प्लास्टिक से इको ब्रिक्स तैयार किया. जिनसे घरेलू प्रयोग की वस्तुओं को बनाया जा सकता है. गंगा टास्क फोर्स के सूबेदार देवेंद्र ने बताया कि सेना पर्यावरण के विभिन्न आयामों से जुड़कर कार्य कर रही है. पर्यावरण गतिविधि के प्रान्त संयोजक मनोज ने हरित घर का विषय रखा और अपनी जीवन शैली पर्यावरण पूरक बनाने पर जोर दिया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. आहुति सिंह (डीएवी कॉलेज ईएनओ)और धन्यवाद ज्ञापन अजय ने दिया.
कार्यक्रम में वाराणसी मंडल के वन संरक्षक रवि कुमार सिंह, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत सह संयोजक डॉ मनोज कुमार, शिवेश्वर राय, पंकज, चंद्रभूषण आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे.
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/ श्रीधर त्रिपाठी
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