अनूपपुर/अमरकंटक, 20 अप्रैल . प्रदेशभर में मार्च 30 से जून 30 तक जल गंगा संवर्धन के तहत जल श्रोतों के स्थानों,कुआं,जलाशयों की सफाई अभियान जारी हैं मां नर्मदा की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में रविवार को संत महात्माजओं के साथ साथ विद्यार्थियों ने नर्मदा नदी में फैली जलकुंभी की सफाई का अभियान का हिस्साा बने. अमरकंटक नगर परिषद के अधिकारी, कर्मचारीयों द्वारा प्रतिदिन नर्मदा की सफाई कर अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं.
अमरकंटक में रविवार को संत मंडल ने आह्वान पर सभी ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया जिसमें अमरकंटक निवासीयों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों ने भी सहभागिता दी और नर्मदा तट पर बने घाटो सभी के उपयोग हेतु बनाया. वहीं लोगो ने स्थाटनिय प्रशासन पर नराजगी जाहीर करते हुए कहा कि अमरकंटक में सफाई ठीक नहीं होती हैं, नालियों का गंदा पानी नर्मदा में जाने से रोकने का प्रयासहोना चाहियें. जलीय खरपतवार से पटी नर्मदा की सफाई समय- समय पर न होना चाहियें. जिस पर प्रशासन सहित जन प्रतिनिधियों ने भी चुप्पी साध रखी है.
प्रदेश व्यापी जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जन अभियान के रूप में उभरकर सामने आ रहा है. जिसके तहत अमरकंटक नगर के संत समाज ने मुहिम का हिस्सा बनकर अभियान में अपनी भागीदारी करते हुए को नाव के माध्यम से जलकुंभी हटाने और नर्मदा स्वच्छ रहे भाव रख सफाई में हिस्सा लिए. इस कार्य में स्वामी लवलीन महाराज परमहंस धारकुंडी आश्रम ,श्री श्री धुना जी से संत नीलम भगत जी , संत नवीन भगत जी , झूलेलाल आश्रम के प्रमुख स्वामी राजेश जी , आश्रमों के अनेक विद्यार्थियों व अन्य लोगो की उपस्थिति में स्वच्छता कार्य किया गया.
/ राजेश शुक्ला
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