Top News
Next Story
Newszop

बचपन का सपना पूरा हुआ, पहला टेस्ट लगाने के बाद सरफराज ने बताई दिल की बात

Send Push

शुभमन गिल के चोटिल होने के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के लिए भारत की अंतिम एकादश में जगह बनाने वाले युवा बल्लेबाज सरफराज खान ने शतक जड़कर अपने बचपन का सपना पूरा करने के साथ ही स्पष्ट संकेत दिया कि अब वह महज स्थानापन्न खिलाड़ी नहीं हैं। सरफराज में 150 रन बनाए और ऋषभ पंत (99) के साथ मिलकर बड़ी साझेदारी निभाई। इससे भारत पहली पारी में 356 रन से पिछड़ने के बावजूद कीवी टीम के सामने 107 रन का लक्ष्य रखने में सफल रही।

सरफराज के पिता नौशाद का भी सपना था कि उनका बेटा टेस्ट क्रिकेट खेले और बड़ा स्कोर बनाए। यही वजह थी कि यह 26 वर्षीय बल्लेबाज अपने पिता का जिक्र करना नहीं भूला। उन्होंने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘मैं अपने पिता से अक्सर बात करता हूं क्योंकि वह मुझे हर समय प्रेरित करते रहते हैं। मुझे अच्छा महसूस हुआ क्योंकि यह भारत के लिए खेलते हुए मेरा पहला शतक था। यह मेरे लिए बचपन से ही एक सपना रहा है। मैं बहुत खुश हूं।’’


सरफराज जानते हैं कि भारतीय मध्यक्रम में जगह बनाना आसान नहीं है लेकिन वह भविष्य के बारे में सोचने के बजाय केवल वर्तमान पर ध्यान देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा,‘‘मैं इस बात को हमेशा ध्यान में रखता हूं कि कल अनिश्चित है। अतीत में ऐसा हुआ है कि कल के बारे में सोचते-सोचते मेरा वर्तमान भी खराब हो गया। इसलिए मैं अब केवल वर्तमान में जीना चाहता हूं।’’


सरफराज ने अपनी पारी के दौरान दिखाया कि वह ऑफ साइड के अच्छे बल्लेबाज हैं। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने उनके लिए शॉर्ट पिच गेंद की जिन पर उन्होंने ऑफ साइड में आसानी से रन बनाए। उन्होंने अपने 150 रन में से 83 रन ऑफ साइड में बनाए। उन्होंने कहा,‘‘मैं ऊंची उठती गेंद को खेलना पसंद करता हूं। मेरे घर (मुंबई) में उछाल भरी विकेट है जिस पर मैं नियमित रूप से अभ्यास करता हूं। वे (न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज) मेरे लिए ऑफ के बाहर शॉर्ट गेंद डालने की कोशिश कर रहे थे और मैं बस उसी के अनुसार खेला। यह मजेदार था।’’

सरफराज ने ऋषभ पंत के साथ चौथे विकेट के लिए 177 रन की साझेदारी की। पंत अपने घुटने पर लगी चोट से थोड़ा उबर रहे थे और शुरुआत में अपनी लय हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। इसलिए सरफराज ने पहले घंटे में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों का अधिक सामना किया और स्पिन गेंदबाजों के आने के बाद अपने साथी को अधिक स्ट्राइक दी।

सरफराज ने कहा,‘‘जब बाएं हाथ के स्पिनर गेंदबाजी कर रहे थे तो मैं पंत को स्ट्राइक देने की कोशिश कर रहा था। मैं जानता था कि वह उन पर हावी हो जाएगा। हम दोनों छोर से गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि मैं भी तेज गेंदबाजी आक्रमण का अच्छी तरह से सामना कर रहा था।’’ भारत ने न्यूजीलैंड के सामने 107 रन का लक्ष्य रखा है लेकिन सरफराज को उम्मीद है कि उनकी टीम इसका बचाव करने में सफल रहेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘यह बल्लेबाजी के लिए आसान विकेट नहीं है। मुझे नहीं लगता कि खेल अभी हमारे हाथ से गया है। गेंद अभी भी अंदर-बाहर कट रही है। इसलिए अगर हम शुरुआत में ही उनके (न्यूज़ीलैंड के) दो-तीन विकेट लेने में सफल रहते हैं तो उनकी बल्लेबाजी चरमर्रा सकती है।’’

Loving Newspoint? Download the app now