News India live, Digital Desk: सरकार ने वेतनभोगी करदाताओं को टैक्स भरने में बड़ी राहत दी है। अब इक्विटी या इक्विटी म्यूचुअल फंड से सालाना ₹1.25 लाख तक के लॉन्ग टर्म पूंजीगत लाभ (LTCG) वाले व्यक्तियों को ITR-2 की बजाय सरल ITR-1 फॉर्म दाखिल करने की सुविधा मिलेगी।
पहले क्या स्थिति थी?पहले, लॉन्ग टर्म पूंजीगत लाभ वाले वेतनभोगी करदाताओं को फॉर्म ITR-2 भरना पड़ता था, भले ही यह लाभ टैक्स योग्य न हो। इससे अनुपालन का बोझ बढ़ता था।
नया बदलाव क्या है?इस वर्ष सरकार ने टैक्स-फ्री लॉन्ग टर्म पूंजीगत लाभ की सीमा ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹1.25 लाख कर दी है। साथ ही, आयकर विभाग ने ITR-1 फॉर्म को संशोधित करते हुए इसमें LTCG रिपोर्टिंग के लिए एक नया सेक्शन जोड़ा है: “आय जिस पर कोई टैक्स देय नहीं है, सेक्शन 112A के तहत लॉन्ग टर्म पूंजीगत लाभ जो टैक्स के लिए उत्तरदायी नहीं है।”
किसे मिलेगा फायदा?- वेतनभोगी करदाता
- ₹1.25 लाख तक टैक्स-फ्री LTCG वाले छोटे निवेशक
- वेतन, एक घर की संपत्ति, ब्याज और ₹50 लाख तक की कृषि आय वाले लोग
ITR-4 फॉर्म उन रेजिडेंट इंडिविजुअल्स, HUF और फर्म (LLP के अलावा) के लिए है जिनकी:
- कुल आय ₹50 लाख तक है
- व्यवसाय/पेशे से आय अनुमानित योजनाओं (धारा 44AD, 44ADA, 44AE) के तहत है
- LTCG ₹1.25 लाख तक है
- यदि आप किसी कंपनी में डायरेक्टर हैं
- गैर-लिस्टेड शेयरों में निवेश किया है
- विदेशी संपत्ति या आय है
- कृषि आय ₹5,000 से अधिक है
- ESOP पर टैक्स स्थगित किया है
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जल्द ही आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल से ऑनलाइन व ऑफलाइन रिटर्न दाखिल किया जा सकेगा। टैक्सपेयर्स अपनी आय और वित्तीय स्थिति के अनुसार उचित ITR फॉर्म चुन सकते हैं।
इस बदलाव से छोटे निवेशकों और वेतनभोगी वर्ग के लिए टैक्स प्रक्रिया सरल और सहज होगी।
The post first appeared on .
You may also like
अप्रैल में यूपीआई लेनदेन सालाना आधार पर 34 प्रतिशत बढ़ा
बिहार : मोतिहारी में पलटा टैंकर, तेल लूट ले गए ग्रामीण
कांग्रेस के डीएनए में ही पिछड़ों का विरोध करना: शिवराज सिंह चौहान
मार्च तिमाही में एप्पल ने भारत में अब तक का सबसे अधिक शिपमेंट वॉल्यूम किया दर्ज
01 मई की सुबह से 5 राशियों की पलट जाएगी किस्मत, भोलेनाथ की कृपा से कारोबार में 10 गुना वृध्दि