Next Story
Newszop

UPSC IAS Exam: '6 नहीं बस 3 अटेम्प्ट काफी, 40 पार वालों को मौका…', यूपीएससी परीक्षा पर बोले पूर्व RBI गवर्नर

Send Push
Former RBI Governor Suggested Age Limit, Attempts Reduction: देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में मानी जाने वाली UPSC सिविल सेवा परीक्षा को लेकर पूर्व भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर डी. सुब्बाराव ने एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विसेस के लिए चयन प्रक्रिया में मौलिक बदलाव को जरूरी जताते हुए न कई सुझाव रखे हैं।



पूर्व आरबीआई गवर्नर ने न केवल उम्र और प्रयासों की सीमा घटाने की बात कही, बल्कि 40 पार हो चुके अनुभवी पेशेवरों के लिए एक समर्पित प्रवेश मार्ग की भी वकालत की है। उनका यह सुझाव नीतिगत सुधारों की दिशा में एक अहम संकेत माना जा रहा है, बल्कि इससे अब यूपीएससी एस्पिरेंट्स में इन सुझावों को लेकर बदलाव की नई उम्मीद भी जाग गई है।



UPSC Eligibility Age Limit: वर्तमान UPSC सिस्टम में बदलाव जरूरी

टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने ओपिनियन में एक्स आरबीआई गवर्नर सुब्बाराव ने अपनी राय व्यक्त करते हुए मौजूदा व्यवस्था को समय और ऊर्जा की बर्बादी बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उम्मीदवार 21 से 32 साल की आयु के बीच छह प्रयास कर सकते हैं, जिससे कई युवा अपने सबसे प्रोडक्टिव साल इसी तैयारी में खो देते हैं। उनका कहना है कि इतनी छूट से परीक्षा में "टेक्निक की महारत" को बढ़ावा मिलता है, न कि वास्तविक योग्यता को। इससे पहले भी सुब्बाराव ने यूपीएससी सिविल सेवा में सुधार की बात कही थी।



UPSC CSE Exam limited Attempts: साइकोलॉजिकल प्रेशर

सुब्बाराव ने बार-बार असफल होने के बाद कई उम्मीदवारों पर पड़ने वाले मनोवैज्ञानिक बोझ की ओर इशारा किया। उन्होंने तर्क दिया कि युवा उम्मीदवारों से यह उम्मीद करना अवास्तविक है कि वे दो या तीन असफल प्रयासों के बाद स्वेच्छा से पीछे हट जाएंगे, भले ही वे सिविल सेवाओं के लिए उपयुक्त न हों।



Former RBI Governor Subbarao UPSC Reforms: युवाओं को जकड़ लेती है ये मानसिकता

पूर्व गवर्नर ने यह भी कहा कि कई उम्मीदवार 'संक कॉस्ट फॉलैसी (Sunk Cost Fallacy)' यानी कि "मैंने अब तक इतना निवेश किया है, अब कैसे छोड़ूं?" की मानसिकता के शिकार हो जाते हैं। बार-बार की असफलता के बावजूद वे प्रयास करते रहते हैं, जिससे न केवल उनका समय बर्बाद होता है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ता है। सुब्बाराव ने 1970 के दशक की व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि तब केवल 2 प्रयास और 21-24 साल की आयु सीमा थी, जो बेहतर संतुलन था।



UPSC CSE Exam Eligibility: वर्तमान नियम

  • अधिकतम आयु सीमा: 32 साल
  • अधिकतम प्रयास: 6
सुब्बाराव का सुझाव

  • अधिकतम आयु सीमा: 27 साल
  • अधिकतम प्रयास: 3


UPSC Two-Tier System: IAS में अब अनुभव की भी हो एंट्री

सुब्बाराव ने 40 पार के लिए इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन सर्विस में एक नई 'टियर-2 एंट्री' प्रणाली शुरू करने का सुझाव दिया, जो 40–42 साल के अनुभवी पेशेवरों के लिए सालाना आयोजित हो। यह केवल अस्थायी लेटरल एंट्री नहीं बल्कि एक स्थायी, प्रतियोगी भर्ती मार्ग हो। यह बदलाव प्रशासन में बाहरी दृष्टिकोण, अनुभव और सहानुभूति लाएगा।



UPSC Urgently Needs a Reform: युवाओं की भूमिका भी जरूरी

हालांकि, सुब्बाराव ने यह भी स्पष्ट किया कि युवाओं की भर्ती की प्रक्रिया समाप्त नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा प्रशासन में ऊर्जा, नयापन और जोश लाते हैं, जिसे नकारा नहीं जा सकता। सुब्बाराव ने कहा कि UPSC प्रणाली पिछले 50 सालों में बेहतर हुई है, लेकिन अब समय है कि इसे और व्यावहारिक और समावेशी बनाया जाए। उन्होंने नीति-निर्माताओं से इस दिशा में गंभीरता से विचार करने की अपील की।



Loving Newspoint? Download the app now