ट्लाक्सकाला (मैक्सिको), 21 अक्टूबर . भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी ने तीरंदाजी वर्ल्ड कप फाइनल में सिल्वर मेडल जीतकर अपना छठा वर्ल्ड कप फाइनल मेडल हासिल किया. फाइनल मुकाबले में उन्हें चीन की ली जियामन से 0-6 से हार का सामना करना पड़ा.
2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स की चैंपियन दीपिका ने क्वार्टर और सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने ली की चीनी साथी यांग जियाओली को 6-0 से हराया और फिर ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली एलेजांद्रा वैलेंसिया को 6-4 से उनके ही घर में मात दी.
दीपिका ने कहा, “इस वर्ल्ड कप का हिस्सा बनना और जीतना मेरे लिए सम्मान की बात है. अब मैं इससे भी ज्यादा मेहनत करूंगी.”
वहीं, ली ने अपने पहले ही प्रयास में इस प्रीमियर अंतर्राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का खिताब जीत लिया. इस टूर्नामेंट में दुनिया के शीर्ष 8 तीरंदाज हिस्सा लेते हैं, जो या तो तीन वर्ल्ड कप स्टेज में से एक जीतकर या अपनी वर्ल्ड रैंकिंग के आधार पर क्वालीफाई करते हैं.
ली ने कहा, “पहला मुकाबला थोड़ा तनावपूर्ण था, लेकिन आखिरी दो मुकाबले कुछ ज्यादा चुनौतीपूर्ण लगे. मैंने अपनी पूरी कोशिश की, लेकिन पहले मैच की तुलना में बाद के मैचों में मैं कम नर्वस थी. मैं बस अच्छे तीर मारने की कोशिश कर रही थी, जीत या हार के बारे में ज्यादा नहीं सोचा.”
पांच सदस्यीय भारतीय टीम, जिसमें तीन कंपाउंड और दो रिकर्व तीरंदाज थे, ने इस सीजन के आखिरी टूर्नामेंट में एक मेडल के साथ अपना अभियान समाप्त किया.
–
एएस/
The post first appeared on .
You may also like
आए दिन आशिक के पास भागकर चली जाती थी पत्नी, करवाचौथ वाले दिन आखिरकार प्रेमी की ही हो गई
कर्नाटक पुलिस को स्वतंत्र रूप से काम करने के लिए पूरा सहयोग देगी सरकार : सीएम सिद्धारमैया
2024 की तीसरी तिमाही में रियल एस्टेट सेक्टर में विदेशी निवेश 41 प्रतिशत बढ़ा
भारत अब उत्पादन और निर्यात के लिए एक वैश्विक मंच बन गया है : सुनील भारती मित्तल
भारत ने डिजिटल टेक का उपयोग कर नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारा, अमेरिका ने गंवाया अवसर : पॉल रोमर