बीजिंग, 13 मई . चीन का श्वेयलोंग-2 (स्नो ड्रैगन-2) नामक बर्फ भंजक जहाज हाल में स्वदेश लौट आया. इससे पहले 41वें चीनी अंटार्कटिक अभियान दल ने रॉस सागर में अन्वेषण की पहली शरदकालीन और शीतकालीन यात्रा की.
चाहे अंटार्कटिका हो या आर्कटिक, समुद्री बर्फ समुद्र से गर्मी को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. हालांकि, आर्कटिक और अंटार्कटिका में समुद्री बर्फ कम हो रही है, लेकिन तुलना में आर्कटिक में समुद्री बर्फ जलवायु परिवर्तन के प्रति और स्पष्ट रूप से प्रतिक्रिया करती है. हाल के वर्षों में ग्रीष्म ऋतु में आर्कटिक महासागर का लगभग आधा भाग बर्फ रहित हो जाता है.
दक्षिणी महासागर में एक महीने से अधिक समय तक शरदकालीन सर्वेक्षण कार्य के बाद 41वें चीनी अंटार्कटिक अभियान दल को समुद्री जीव विज्ञान और समुद्री रसायन विज्ञान में कई नई खोजें मिलीं.
अंटार्कटिक में फेओसिस्टिस कम होता जा रहा है. 500 से 1,000 मीटर या 1,000 मीटर से अधिक की गहराई पर बड़ी संख्या में जूप्लैंकटन मिलते हैं. गहरे जल क्षेत्र में छोटे कोपपोड और कुछ अन्य प्रजातियों के लार्वा मिले. यह अंटार्कटिक पारिस्थितिकी तंत्र संबंधी दुर्लभ डेटा प्राप्त करने के लिए लाभदायक है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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