हरियाणा और पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान को खुफ़िया जानकारी मुहैया कराने के आरोप में जिन लोगों को इस सप्ताह गिरफ़्तार किया है, उनमें हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा भी शामिल हैं.
के मुताबिक़ ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल और लैपटॉप से कुछ संदिग्ध सामग्रियां मिली हैं.
उनके ख़िलाफ़ ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 (भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को ख़तरे में डालने वाले कृत्य करने) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गिरफ़्तारी के बाद से ही ज्योति की पाकिस्तान यात्रा की काफ़ी चर्चा हो रही है. इसके अलावा उनका एक और वीडियो ख़बरों में है, जो पिछले साल भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग की डिनर पार्टी का है.
सोशल मीडिया पर कितनी पॉपुलर हैं ज्योति मल्होत्राज्योति मल्होत्रा के यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम पन्ने का नाम 'ट्रैवल विद जो' है.
उनके यूट्यूब चैनल पर 3.79 लाख से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं और इंस्टा पर उनके 1.40 लाख फ़ॉलोअर्स हैं. वहीं फेसबुक पर उनके 3.22 लाख फ़ॉलोअर्स हैं.
अपने चैनल पर ज्योति मल्होत्रा देश-विदेश की यात्रा के वीडियो डालती हैं. अब तक उनके चैनल पर 400 से ज़्यादा वीडियो डाले जा चुके हैं.
उन्होंने देश के अलग-अलग राज्यों में अपनी यात्रा के वीडियोज़ से लेकर अपनी विदेश यात्रा के भी कई वीडियो अपने चैनल पर पोस्ट किए हैं.
अपने वीडियो में ज्योति किसी जगह को अलग-अलग तरीके़ से एक्सप्लोर करती हैं और व्यूअर्स को उस जगह के बारे में जानकारी देती हैं.
अपने वीडियोज़ में वो यात्रा के खर्चे से लेकर उस जगह की खासियत, लोकल मार्केट, अलग-अलग चीज़ों की क़ीमत के बारे में बताती हैं.
उन्होंने इंडोनेशिया, पाकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात, थाईलैंड, भूटान, नेपाल और चीन की यात्रा की है, जिसके वीडियोज़ उनके चैनल पर मौजूद हैं.
उनके चैनल पर डाले गए सबसे हालिया वीडियो उनकी इंडोनेशिया यात्रा के हैं.
मार्च और अप्रैल में ज्योति मल्होत्रा ने पाकिस्तान की यात्रा थी. इस दौरान के कई वीडियो और रील्स उनके चैनल पर अपलोड किए गए हैं.
ख़बरों में है, वो वीडियो उनके 'ट्रैवल विद जो' चैनल पर 30 मार्च, 2024 को डाला गया था.
इस वीडियो की शुरुआत में ज्योति मल्होत्रा कहती हैं कि उन्हें नेशनल डे ऑफ़ पाकिस्तान के समारोह की इफ़्तार डिनर पार्टी का स्पेशल इन्विटेशन मिला है.
इस वीडियो में ज्योति एक व्यक्ति से मिलती हैं, जिन्हें वो 'दानिश जी' कहती हैं, जो उन्हें यूट्यूबर के तौर पर अन्य लोगों से इंट्रोड्यूस कराते हैं.
वीडियो में ज्योति पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों और समारोह में शामिल हुए दूसरे यूट्यूबर्स और अन्य मेहमानों से मिलती हैं. साथ ही, उनके बारे में अपने फ़ॉलोअर्स को भी बताती हैं.
ज्योति मल्होत्रा को रिमांड में लिए जाने के बाद पिछले साल का उनका ये वीडियो ख़बरों में आ गया है.
पुलिस ने क्या बताया?
बीबीसी संवाददाता कमल सैनी के मुताबिक़ हिसार के डीएसपी कमलजीत ने बताया, "हमने इनपुट के आधार पर हिसार निवासी ज्योति मल्होत्रा को ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट और बीएनएस 152 के तहत गिरफ़्तार किया है."
पुलिस का कहना है कि ज्योति एक पाकिस्तानी नागरिक के लगातार संपर्क में थीं और इस बारे में पूछताछ के दौरान उनसे और जानकारी मांगी जाएगी.
हिसार के एसपी ने रविवार को मीडिया को बताया, "जो आधुनिक युद्ध हैं वो केवल सीमा पर लड़े नहीं जाते. एक नया काम करने का तरीका हमें पता चला है उसके अनुसार जो पीआईओ हैं, वो कुछ सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स को भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं जहां पर वो सॉफ्ट पावर का इस्तेमाल करते हुए अपने नेरेटिव को आगे बढ़ाने के लिए कर रहे हैं."
उन्होंने बताया, "इसी क्रम में हमें केंद्रीय एजेंसियों से इनपुट मिला और हमने ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार कर लिया. वो पीआईओ के संपर्क में थीं. वह कई बार पाकिस्तान जा चुकी हैं और एक बार चीन जा चुकी हैं. हमने उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है. हम केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर उनके वित्तीय विवरणों और यात्राओं के बारे में विस्तार से विश्लेषण कर रहे हैं."
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार हिसार के एसपी का कहना है कि "ज्योति मल्होत्रा पीआईओ के संपर्क में थीं."

के मुताबिक़ सात मई को पंजाब पुलिस से मिले इनपुट के बाद ज्योति को पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
शुक्रवार को उन्हें गिरफ़्तार किया गया था. शनिवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ अधिकारियों ने बताया कि ज्योति पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और अपने कंटेंट के ज़रिए पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करने के लिए वहां के हैंडलर्स से सीधे संपर्क में रहने का आरोप है.
रिपोर्ट के मुताबिक़ ज्योति गुरुग्राम में एक कंपनी में काम करती थीं. कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने नौकरी छोड़ दी और क़रीब तीन साल पहले ट्रैवल व्लॉगर बन गईं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में ही पुलिस के हवाले से जानकारी दी गई है कि शुरुआती जांच में ज्योति ने बताया कि 'वो साल 2023 में विज़ीटर वीज़ा के लिए पाकिस्तान उच्चायोग गई थीं'.
अख़बार द हिंदू ने एफ़आईआर के हवाले से लिखा है कि क़रीब दो साल पहले वो पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ़ दानिश के संपर्क में आई थीं. वो उस वक्त वीज़ा के लिए पाकिस्तान उच्चायोग गई थीं.
वो दानिश के साथ संपर्क में रहीं और दो बार पाकिस्तान यात्रा पर गईं. वहां उनकी मुलाक़ात दानिश के परिचित अली अहवान से हुई, जिन्होंने कथित तौर पर पाकिस्तान में उनके रहने की व्यवस्था की थी.
वहीं इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि ज्योति ने कथित तौर पर दानिश का नंबर पुलिस के साथ साझा किया है और कहा है कि वो उनके साथ संपर्क में रही थीं.
के अनुसार इसी महीने 13 मई को भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के एक व्यक्ति, एहसान-उर-रहीम उर्फ़ दानिश को पर्सोना नॉन ग्राटा (अवांछित) घोषित किया और उन्हें 24 घंटों में देश छोड़ने का आदेश दिया.
के मुताबिक़ ज्योति के पिता ने अपनी बेटी पर लगे आरोपों से इनकार किया है और कहा कि उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है.
ज्योति के पिता हरीश कुमार ने बीबीसी को बताया कि पुलिस अधिकारी गुरुवार सुबह साढ़े नौ बजे घर आए और ज्योति को अपने साथ ले गए.
उन्होंने बताया, ''पांच-छह लोग आए. उन्होंने क़रीब आधे घंटे तक घर की तलाशी ली, जिसके बाद पुलिस ने लैपटॉप और तीन मोबाइल फ़ोन जब्त कर लिए."
उन्होंने कहा, "मेरी बेटी सरकार की अनुमति से पाकिस्तान गई थी. उसकी भी जांच की गई और फिर उसे वीज़ा दिया गया, जिसके बाद वह पाकिस्तान गई थी."
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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